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Free BHDC-105 Solved Assignment 2020-21

Free BHDC105 Solved Assignment 2020-21 for January 2021 Session


B.H.D.C-105

छायावादोत्तर हिंदी कविता

खंड - क

निम्नलिखित पद्यांशों की ससंदर्भ व्याख्या कीजिये :

1. माँझी ! न बजाओ बंशी मेरा मन डोलता

   मेरा मन डोलता है जैसे जल डोलता

   जल का जहाज जैसे पल-पल डोलता

   माँझी! न बजाओ बंशी मेरा प्रन टूटता

   मेरा प्रन टूटता है जैसे तृन दूटता

   तृन का निवास जैसे बन-बन टूटता

   मॉँझी! न बजाओ बंशी मेरा तन झूमता

   मेरा तन झूमता है तेरा तन झूमता

   मेरा तन तेरा लन एक बन झूमता।

2. कई दिनों तक चूल्हा रोया, चक्‍की रही उदास

   कई दिनों तक कानी कुतिया सोई उनके पास

   कई दिनों तक लगी भीत पर छिपकलियों की गश्त

   कई दिनों तक चूहों की भी हालत रही शिकस्त


   दाने आए घर के अंदर कई दिनों के बाद

   धुआओँ उठा आँगन के ऊपर कई दिनों के बाद

   चमक उठीं घर भर की आँखें कई दिनों के बाद

   कौए ने खुजलाई पाँखें कई दिनों के बाद।


3. क्षमा, दया, तप, त्याग, मनोबल

   सबका लिया सहारा

   पर नर-व्याप्न सुयोधन तुमसे

   कहो, कहाँ, कब हारा?

 

   क्षमाशील हो सम

   तुम हुये विनत ह्ठी

   दुष्ट कौरवों ने तुमको

   कायर समझा उतना ही।

 

   अत्याचार सहन करने का

   कुफल यही होता है

   पौरुष का आतंक मनुज

   कोमल होकर खोता है।

 

   क्षमा शोभती उस भुजंग को

   जिसके पास गरल हो

   उसको क्या, जो दंतहीन,

   विषरहित, विनीत, सरल हो?

खंड -ख

4. केदारनाथ अग्रवाल के काव्य की प्रमुख विशेषताएं बताइए।

5. नागार्जुन एक जनकवि हैं - इस कथन की समीक्षा कीजिए।

6. देश प्रेम के संदर्भ में माखनलाल चतुर्वेदी की कविताओं का महत्व निर्धारित कीजिए।

7. एक कवि के रूप में केदारनाथ सिंह के महत्व की चर्चा कीजिए।

 


खंड -ग

8. अज्ञेय की पठित कविताओं के आधार पर उनका वैशिष्ट्ष्य निर्धारित कीजिए।

9. रघुवीर सहाय की स्त्री दृष्टि पर प्रकाश डालिए।

10. सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की काव्य संवेदना को स्पष्ट कीजिए।

11. 'गीत-फरोश' कविता के निहितार्थ को स्पष्ट कीजिए।


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