पर्यावरणीय न्याय
सभी
के लिए एक सुरक्षित, स्वस्थ, उत्पादक और टिकाऊ ,/ दीर्घकालिक पर्यावरण पर उसकी
समग्रता में पारिस्थितिक (जैविक), भौतिक (प्राकृतिक और
निर्मित), सामाजिक, राजनीतिक, सौंदर्यबोधी तथा आर्थिक पर्यावरणों को सम्मिलित करते हुए विचार किया जाता
है। पर्यावरणीय न्याय का अभिप्राय उन स्थितियों से है जिसमे ऐसे अधिकार को मुक्त
रूप से व्यवहार में लाया जा सकता हो, जिससे व्यक्तिगत् और
समूह की पहचानें,आवश्यकताएं और प्रतिष्ठाएं संरक्षित रहें,
पूरी हो और उनका इस तरीके से सम्मान हो जो आत्मबोध तथा व्यक्तिगत और
सामुदायिक सशक््तीकरण प्रदान करें। यह शब्द पर्यावरणीय 'अन्याय'
को पूर्व और वर्तमान के मसलों के रूप में मानती है और उन्हें संबोधित
करने के लिए आवश्यक सामाजिक राजनैतिक उद्देश्यों को व्यक्त करता है। पर्यावरणीय
न्याय को सभी पर्यावरणीय कानूनों और नियमों के लिए विधि के अंतर्गत समान न्याय और
समान संरक्षण के लक्ष्य के रूप में परिभाषित किया गया है जिसमें नस्ल, जातीयता और सामाजिक आर्थिक स्तर के आधार पर कोई भेदभाव नहीं है।
यह संकल्पना
सभी स्तरों-स्थानीय, राज्य और केन्द्र के साथ-साथ निजी
उद्योग कार्यकलापों के लिए सरकारी कार्यों पर लागू होती है। पर्यावरणीय न्याय
प्रदान करना बताई गई परिभाषा से परे जाता है और इसमें सरकार और उद्योग के नीति निर्माताओं
के साथ अर्थपूर्ण सामुदायिक भागीदारी और राहत तक समान पहुंच की गारंटी सम्मिलित
है।
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1 Comments
Nice job 👍
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