बच्चों में 'वंचन' के कारणों तथा परिणामों की व्याख्या:
1. परिभाषा: वंचन एक प्रकार की विकलांगता है जो बच्चों के शारीरिक, मानसिक, या भौतिक विकारों के कारण हो सकती है। इसे 'विकलांगता' के रूप में भी जाना जाता है। वंचन बच्चों की सामाजिक और शैक्षिक विकास में बाधक हो सकता है और उनके जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
2. कारण: वंचन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
जन्म से होने वाली वंचन (शारीरिक वंचन):
- गर्भावस्था के दौरान मां की गर्मी या खराब आहार के कारण शिशु के जनन संगं कार्यों को प्रभावित कर सकता है और शिशु में शारीरिक विकलांगता पैदा हो सकती है।
- जनन के समय किसी भी प्रकार की कठिनाइयों या संगं कार्यों के कारण शिशु में विकलांगता उत्पन्न हो सकती है।
- जीवांश के खिलाफ जवाब देने के दौरान होने वाली चोटें या दबाव शिशु के शारीरिक संरचना को प्रभावित कर सकती हैं।
जन्मांतरिक वंचन (मानसिक वंचन):
- जन्मांतरिक वंचन मानसिक विकलांगता के कारण हो सकता है, जैसे कि मानसिक बूढ़ापा (डाउन सिंड्रोम), ऑटिज्म, विक्षिप्तता, या शिक्षा में समस्या।
- अगर गर्भावस्था के दौरान मां को निरंतर तनाव या संतान संबंधी समस्याएँ होती हैं, तो यह शिशु पर आकर्षित हो सकता है और उसके मानसिक विकास को प्रभावित कर सकता है।
- जन्मांतरिक वंचन किसी जन्मांतरिक वायरस या इंफेक्शन के परिणामस्वरूप भी हो सकता है, जैसे कि जर्मन मीजल्स (रुबेला) से डिफॉर्मिटी।
व्यक्तिगत वंचन (घातक अपनी योग्यता में कमी के कारण):
- यदि किसी बच्चे के शारीरिक या मानसिक योग्यता में कमी होती है, तो वह वंचित हो सकता है। योग्यता में कमी उसके रोजमर्रा के जीवन के कई पहलुओं पर प्रभाव डाल सकती है, जैसे कि शिक्षा, रोजगार, और स्वास्थ्य।
उदाहरण: वंचन के कई उदाहरण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
1. शारीरिक वंचन का उदाहरण:
- शिशु के जन्म के समय उसके पैरों में कमी होने का उदाहरण। इसके कारण वह पैरों पर चल नहीं सकता और उसको विशेष यातायात की आवश्यकता होती है।
- गर्भावस्था के दौरान मां की दिनचर्या की अव्यवस्था के कारण शिशु में मानसिक विकलांगता का उदाहरण।
2. मानसिक वंचन का उदाहरण:
- ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विक्षिप्तता (ASD) के कारण बच्चे को सामाजिक और संवादात्मक कौशलों में कमी हो सकती है।
- मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण कुछ बच्चे शिक्षा में पीछे हो सकते हैं और मानसिक तनाव का सामना कर सकते हैं।
3. व्यक्तिगत वंचन का उदाहरण:
- यदि किसी बच्चे के योग्यता में कमी होती है और वह शिक्षा में समर्थ नहीं होता, तो उसका अधिकार और स्वावलंबन पर प्रभाव हो सकता है।
परिणाम: वंचन के परिणाम बच्चे की विशेष परिस्थितियों पर निर्भर करते हैं, लेकिन कुछ सामान्य परिणाम निम्नलिखित हो सकते हैं:
1. शिक्षा में दिक्कतें:
- बच्चों में शारीरिक या मानसिक वंचन के कारण शिक्षा में दिक्कतें हो सकती हैं।
- वे स्कूल के साथकों के साथ सामाजिक और शैक्षिक अंदाज में पीछे हो सकते हैं।
2. सामाजिक समागम में समस्याएँ:
- बच्चों में वंचन के कारण वे सामाजिक समागम में मेंटल और एमोशनल समस्याओं का सामना कर सकते हैं, जैसे कि आत्म-समर्पण या खुदगर्दी।
3. स्वास्थ्य समस्याएँ:
- कुछ विकलांग बच्चे स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर सकते हैं, जैसे कि शारीरिक संकट या सार्वजनिक स्वास्थ्य सुधार की जरूरत।
4. समाज में समावेश:
- समाज में वंचन के साथ बच्चों को समावेशी बनाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन समाज के साथ सहयोगपूर्ण यात्रा और शिक्षा उन्हें समर्थ बना सकते हैं।
5. शौक और कैरियर:
- कुछ विकलांग बच्चे अपने शौक और करियर के अंदर अपनी पेशेवर रूचियों को पूरा कर सकते हैं, लेकिन ये उनके योग्यता के आधार पर निर्भर करेगा।
वंचन एक बच्चे के जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकता है, लेकिन समाज, परिवार, और संबंधित संगठनों का सहयोग और समर्थन उन्हें अपनी क्षमताओं के साथ आगे बढ़ने में मदद कर सकता है। शिक्षा, स्वास्थ्य, और समाज में समावेश के माध्यम से विकलांग बच्चों को समर्थन और अवसर मिल सकते हैं, जिससे उनका स्वाभिमान और स्वावलंबन बढ़ सकता है।
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