Recents in Beach

MVS-4 Solved Assignment 2022-23

MVS-4 Solved Assignment 2022-23 for July 2022 and January 2023 Session

IGNOU MASTER'S OF ARTS IN VAIDIK STUDIES (MAVS) Solved Assignment 2022-23 download. If you are search for MAVS Solved Assignment free pdf solutions 2022-23 then you are right place of solved assignments. Ignou 2023 solved assignments. Ignou solved assignment 2023 free download pdf. We provide Ignou old or previous solved assignment free of cost. 

Content MVS4 solved assignment download 2022 23. Ignouservice Ignou ba, bag, bcom, bcomg, ma, mcom mhd, mps, mpa, mlis, mba, meg, msc, mah, mhi, msc, bscg, blis, bts, basoh, bapah, baegh, baech, basog, bahdh, bapch, bavtm, bbarl, bscanh, bca solved assignments. New latest solved assignment download. Egyankosh. ignou.ac.in. MAVS Ignou January 2023 assignment solution free download.

स्नातकोत्तर कला उपाधि (वैदिक अध्ययन ) (MAVS)

(जुलाई 2022 तथा जनवरी, 2023 सत्रों के लिए)

M.V.S-4

निरुक्‍त एवं प्रातिशाख्य

MVS 004 निरुक्‍त एवं प्रातिशाख्य

(सत्रीय कार्य)

पाठ्यक्रम कोड : MVS-004

सत्रीय कार्य कोड : MVS-004/2022-23

कुल अंक : 100

नोट : यह सत्रीय कार्य 02 खण्डों में विभकत है। सभी खण्ड अनिवार्य हैं। 15 अंक के प्रश्नों का विस्तृत उत्तर दीजिए। 10 अंक के प्रश्नों का लगभग आठ सौ शब्दों में उत्तर देना है।

खण्ड-1

निर्देश- निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही चार प्रश्नों के विस्तृत उत्तर दीजिए :

1. निरुक्‍त का क्‍या अर्थ है? निरुक्‍्तकार का परिचय लिखिए।

2. निरुक्‍त के आधार पर छः: भाव विकारों का विस्तार से वर्णन कीजिए।

3. निरुक्‍त के आधार पर चार पद और वेद की अर्थवत्ता का वर्णन कीजिए।

4. निरुक्‍त के प्रयोजन का विस्तार से वर्णन कीजिए।

5. सिद्ध कीजिए की भाषा विज्ञान के मूल के मूल सिद्धान्त निरुक्‍त में पाए जाते हैं।

6. निर्ववचन की भारतीय परम्परा का विस्तार से वर्णन कीजिए।

खण्ड-2

निर्देश: अधोलिखित प्रश्नों में से किन्ही चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

1. उपसर्ग एवं निपातों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।

2. मन्त्रों के विविध प्रतिपाद्य संक्षेप में लिखिए।

3. पृथ्वी और अंतरिक्ष स्थानीय देवताओं का स्वरूप लिखिए।

4. ऋग्वेद प्रातिशाख्य के अनुसार संज्ञाओं पर प्रकाश डालिए।

5. ऋग्वेद प्रातिशाख्य के अनुसार परिभाषाओं का वर्णन कीजिए।

6. देवता आकार चिन्तन का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।

7. वेद के अध्ययन की प्रकिया का उल्लेख कीजिए।

*************************

Subcribe on Youtube - IGNOU SERVICE

For PDF copy of Solved Assignment

WhatsApp Us - 9113311883(Paid)

Post a Comment

0 Comments

close