Free CBKG-3 Solved Assignment 2023-24 for January 2023 and July 2023 Session
सत्रीय कार्य : CBKG-003
भारतीय तथा विश्व के विभिन्न कैलेण्डर
सत्रीय कार्य - CBKG-003/TMA/2023-24
नोट - इस सत्रीय कार्य में दिए गए सभी प्रश्न अनिवार्य हैं ।
1. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर (प्रत्येक लगभग 500 शब्दों में) दीजिए ।
i) भारतीय कैलण्डर को पश्ांग क्यों कहा जाता है? इसके पाँच अंग कौन-कौन से हैं?
ii) भारतीय गणना में कालमान कितने प्रकार के होते हैं? विस्तार से बताएं।
iii) पञ्चांग में दो-दो तिथियां पड़ने का क्या कारण है? चांद्र तथा सौर मासों की आवश्यकता पर प्रकाश डालें
iv) कैलेण्डर सुधार समिति की स्थापना कब और क्यों की गई थी? कैलेण्डर समिति द्वारा प्रस्तावित सम्वत् के बारे में संक्षेप से बताएं।
2. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर (प्रत्येक लगभग 250 शब्दों में) दीजिए।
i) भारतीय कालगणा में प्रत्येक तिथि शुभ मानी जाती है, कैसे? तिथियों पर आधारित कुछ प्रमुख पर्व-त्योहारों का वर्णन करें।
ii) विश्व में कैलेण्डरों का इतिहास कितना प्राचीन है? कैलेण्डर का शाब्दिक अर्थ क्या होता है?
iii) प्राचीन माया कैलेण्डर के अनुसार वर्ष 202 में प्रलय होने की आशंका पर प्रकाश डालें?
iv) वर्तमान ग्रिगोरियन कैलेंडर की विकास यात्रा पर प्रकाश डालें ।
v) वर्ष 475 में कैलेण्डर अधिनियम किस देश में लाया गया था? इसकी क्या आवश्यकता थी और इसका भारत पर क्या परिणाम हुआ?
3. निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए ।
i) उत्तर और दक्षिण भारत में संवत् निर्धारण के भेद क्या है?
ii) पश्चांग में योग से क्या अभिप्राय है?
iii) सबसे बडा कालमान कौन सा है ?
iv) एक सौर वर्ष किसे कहते हैं?
v) आयनिक गति क्या है?
vi) आयुर्वेद में विसर्ग काल किसे कहा जाता है?
vii) कैलेण्डर से आप क्या समझे?
viii) लू पंचांग से क्या अभिप्राय है ?
ix) हिजरी कैलेंडर किस पर आधारित है?
x) कैलेण्डर अधिनियम से पहले इंग्लैंड में कौन सा कैलेण्डर प्रचलित था?
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