Free BPYC134 Solved Assignment Hindi Medium 2022-23 for July 2022 and January 2023 Session
B.P.Y.C-134
पाश्चात्य दर्शन: आधुनिक
ध्वातम्य:
1. सभी पांच प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
2. सभी प्रश्नों के अंक समान हैं।
3. प्रश्न क्रमांक 1 एवं 2 के उत्तर स़गभन 400-400 शब्दों में दीजिए।
1. आधुनिक पाश्चात्य दर्शन की मुख्य विशेषताओं पर टिप्पणी लिखिए।
अथवा
ज्ञान की प्रकृति के सम्बन्ध में काण्ट का क्या मत है? व्याख्या एवं विश्वेषण कीजिए।
2. डेकार्ट के मन-शरीरे दैतवाद की व्याख्या एवं विशेषण कीजिए।
अथवा
डेकार्ट किस तरह बाह्य जगत के अस्तित्व को सिद्ध करते हैं?
3. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 200-200 शब्दों में दीजिए।
अ) कारणता का विचार क्या है? हयूमस कारणता के विचार की आलोचना किस तरह करते हैं?
आ) स्पिनोजा के द्रव्य-विचार की तुलना डेकार्ट एवं लॉक के द्रव्य-विचार से कीजिए।
इ) जन्मजात प्रत्यय क्या हैं? लॉक किस तरह जन्मजात प्रत्यय के विचार की आलोचना करते हैं?
4. निम्नलिखित में से किन्हीं चार के उत्तर सगभग 150-150 शब्दों में दीजिए।
अ) लॉक अन््तःप्रज्ञात्मक एवं निदर्शनात्मक ज्ञान में कैसे भेद करते हैं?
आ) वर्कले के भौतिकवाद के खण्डन की परीक्षा कीजिए।
इ) “विचार विषय-सामग्री के बिना रिक्त और अंतःप्रज्ञा अवधारणा के विना नेत्रहीन है।" काण्ट के इस विचार की व्याख्या कीजिए।
इ) स्पिनोज़ा किस तरह सिद्ध करते हैं कि ईश्वर ही एकमात्र स्वतन्त्र द्रव्य है?
उ) पूर्व-स्थापित सामझस्य के विचार पर टिप्पणी लिखिए।
ऊ) लॉक के प्रत्यक्ष की प्रतिनिधात्मक सिद्धान्त पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
5. निम्नलिखित में से किन्हीं पांच पर लगभग 100-100 शब्दों में टिप्पणी लिखिए।
अ) अलगावित श्रम
आ) प्रबोधन
इ) संक्षेषणात्मक प्रागनुभवी एवं विशेषणात्मक प्रागनुभवी
ई) रिक्त पटल
उ) देकार्त की बैज्ञानिक पद्धति
ऊ) सोचता हूँ, इसलिए मैं हूँ
ऋ) हेगेल का परम सत्य का विचार
लृ) ईश्वर के प्रति बौद्धिक प्रेम
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