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BHDE143 Solved Assignment 2022-23 for January 2023 and July 2023 Session
B.H.D.E-143
प्रेमचंद
सत्रीय कार्य
(संपूर्ण पाठ्यक्रम पर आधारित)
पाठ्यक्रम कोड : बी.एच.डी.ई.-143
सत्रीय कार्य कोड : टी.एम.ए. / 2023-24
कुल अंक : 100
नोट : सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
भाग-क
1. निम्नलिखित गद्यांशों की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए ।
(क) उसे अनुभव होता है कि वह बाँध, जो संसार रूपी नदी की बाए से मुझे बचाए हुए था, टूट गया है और मैं अथाह सागर में खड़ा हूँ। सदन सोच रहा था कि मैंने नाव तो नदी में डाल दी, लेकिन यह पार भी लगेगी? उसे अब मालूम हो रहा था कि वह पानी गहरा है, हवा तेज है और जीवन-य्यात्रा इतनी सरल नहीं है, जितनी मैं समझता था। लहर यदि मीठे स्वरों में गाती है, तो भयंकर ध्वनि से गरजती है। हवा अगर लहरों को थपकियाँ देती हैं, तो कभी-कभी उन्हें उछाल भी देती है।
(ख) और यह अवस्था उस समय पैदा होगी, जब हमारा सौंदर्य व्यापक हो जायगा, जब सारी सृष्टि उसकी परिधि में आ जायगी। वह किसी विशेष श्रेणी तक ही सीमित नह गगा, उसकी उड़ान के लिए केवल बाग की चहारदीवारी न होगी, किन्तु वह वायु-मण्डल होगा जो सारे भूमंडल को घेरे हुए है। तब कुरुचि हमारे लिए सहय न होगी, तब हम उसकी जड़ खोदने के लिए कमर कसकर तैयार हो जायेंगे।
(ग) मिरजा घर से निकले तो हकीम के घर जाने के बदले मीर साहब के घर पहुँचे और सारा वृत्तांत कहा। मीर साहब बोले “मैंने तो जब मुहरे बाहर आते देखे, तभी ताड़ गया। फौरन भागा। बड़ी गुस्सेवर मालूम होती हैं। मगर आपने उन्हें यों सिर चढ़ा रखा है, यह मुनासिब नहीं। उन्हें इससे क्या मतलब कि आप बाहर क्या करते हैं। घर का इंतजाम करना उनका काम हैं; दूसरी बातों से उन्हें क्या सरोकार?”
(घ) दूसरे दिन गया ने बैलों को हल में जोता, पर इन दोनों ने जैसे पाँव न उठाने की कसम खा ली थी। वह मारते-मारते थक गया, पर दोनों ने पाँव न उठाया। एक बार जब उस निर्दयी ने हीरा की नाक पर खूब डंडे जमाये तो मोती का गुस्सा काबू से बाहर हो गया। हल लेकर भागा। हल, रस्सी, जुआ, जोत, सब टूट-टाटकर बराबर हो गया। गले में बड़ी-बड़ी रस्सियाँ न होतीं तो दोनों पकड़ाई में न आते।
भाग-ख
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 750-800 शब्दों में दीजिए।
(1) प्रेमचंद के उपन्यासों का परिचय दीजिए।
(2) 'सेवासदन' उपन्यास के संरचना शिल्प की विशेषताएँ बताइए ।
(3) "पंच परमेश्वर' कहानी की भाषा-शैली का सोदाहरण विवेचन कीजिए।
भाग-ग
3. निम्नलिखित विषयों पर (प्रत्येक) लगभग 350 शब्दों में टिप्पणी लिखिए :
(1) "साहित्य का उद्देश्य की शैलीगत विशेषताएँ
(2) 'पूस की रात' का परिवेश
(3) 'ईदगाह' कहानी की भाषागत विशेषताएँ
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