Free CBKG-2 Solved Assignment 2023-24 for January 2023 and July 2023 Session
सत्रीय कार्य : CBKG-002
कालगणना की विधियाँ
सत्रीय कार्य -CBKG-002/TMA/2023-24
नोट - इस सत्रीय कार्य में दिए गए सभी प्रश्न अनिवार्य हैं ।
1. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर (प्रत्येक लगभग 500 शब्दों में) दीजिए ।
i) भारतीय कालमान के वैशिष्टय को उदाहरण सहित स्पष्ट करें।
ii) क्षय तथा अधिक तिथि को विस्तार से समझाएं।
iii) दिनों की भारतीय संकल्पना क्या है? उनका नामकरण किस प्रकार किया जाता है?
iv) अयन को स्पष्ट करते हुए दक्षिणायन तथा उत्तरायण को स्पष्ट करें ।
2. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर (प्रत्येक लगभग 250 शब्दों में) दीजिए।
i) भारतीय कालमान की व्यावहारिकता का एक उदाहरण बताएँ।
ii) अमूर्त काल किसे कहते हैं?
iii) मुहूर्त किसे कहते हैं ?
iv) करण के स्वरूप का परिचय सोदाहण प्रदान करें ।
v) चन्द्र ग्रहण का क्या कारण है तथा वह किस तिथि को होता है?
vi) ऋतु-परिवर्तन का कारण क्या है?
vii) अधिक मास किसे कहते हैं?
3. निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए ।
i) भारतीय कालमान में किसके ज्ञान से मौसम को जाना जा सकता है?
ii) दो प्रकार के काल का वर्णन किस ग्रन्थ में मिलता है ?
iii) दिन में मुहूर्तों की संख्या कितनी होती है?
iv) सप्ताह का सबसे प्राचीन विवरण किस ग्रेथ में पाया जाता है?
v) भारतीय आषाढ़ मास से क्या अभिप्राय है?
vi) भारत में चांद्र मासों को अपनाने का कारण क्या है ?
vii) 2 वर्षों के युग का संबंध किस ग्रह से है?
viii) 'कालगणना में धर्म शब्द किस संख्या का द्योतक है?
ix) कुल मन्वेतर कितने हैं और वर्तमान में कौन सा मन्वेतर चल रहा है?
x) कालगणना में कल्प क्या हैं?
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