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निबंध रचना के नियमों के आधार पर “विद्यार्थी जीवन में अनुशासन महत्व” विषय पर निबंध लिखिए।

 अनुशासन वास्तव में एक ऐसे व्यक्ति का एक नियंत्रित व्यवहार है, जो हर कायदे और नियम का पालन करता है और इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि नियमों का पालन कहाँ किया जा रहा है। विद्यार्थी का जीवन मनुष्य के भावी जीवन की आधारशिला है। किसी भी बच्चे का सबसे पहला शिक्षक उसका परिवार ही होता है। परिवार से ही बच्चे को हर प्रकार की प्रारम्भिक शिक्षा मिलती है और अनुशासन की शिक्षा भी सबसे पहले परिवार ही देता है। अनुशासन कोई सजा नहीं है, यह तो बस एक कड़वी दवा है। परिवार और विद्यालय ये दोनो ही बच्चों को अनुशासन का पाठ पढ़ाते है। अनुशासन में संस्कार का दायित्व मिला होता है और इन संस्कार से व्यक्ति मे अनुशासन आता है। 

अनुशासन हीन व्यक्ति सदैव असफलता और लालच से घिरा होता है और वह समाज को भी नष्ट कर सकता है। अनुशासन उन अच्छी किताबों व उन अच्छे लोगो की तरह है, जिन्हें अगर अपना लिया तो समझिये कि जीवन मे अब आपको आपका लक्ष्य प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता। अनुशासन हमेशा आपको एक सफल इंसान बनाएगा और सफलता आपको अवश्य मिलेगी। हमारे जीवन के हर क्षेत्र में अनुशासन का एक महत्वपूर्ण स्थान है। हमें हमेशा अनुशासन का पालन करना चाहिए। फिर हम स्कूल में हो या कॉलेज में, घर पर हो या बाहर। किसी कार्यालय में काम करने वाले व्यक्तियों या फिर खेल के मैदान में कोई खिलाड़ी दोनों को ही अनुशासन का पालन करना चाहिए। इसका पालन करने वाले लोगों को हमेशा तरक्की मिलती है। वे अपने सभी काम समय से पूरा कर लेते हैं। वह कम समय मे अधिक अनुभव प्राप्त कर लेते हैं।

अनुशासन वह डोर है, जो हमें सफलता तक ले जाती है, जैसे डोर बिन पतंग नहीं उड़ती, वैसे ही अनुशासन बिन सफलता नहीं मिलती। जिन लोगों के जीवन में अनुशासन की कमी होती है, वह कभी भी अपना काम समय पर पूरा नहीं कर पाते और उन्हें कई प्रकार की कष्ट व कठिनाई का सामना करना पड़ता है। हम सभी अपने दैनिक जीवन में विभिन्न प्रकार से अनुशासन का पालन करते हैं, जैसेकुछ लोग सुबह जल्दी उठते हैं, कुछ रोज सुबह एक गिलास पानी पीते हैं, कुछ रोज सुबह उठकर व्यायाम करते हैं और विद्यार्थी भी सही समय पर यूनिफॉर्म में विद्यालय जाते हैं आदि। ये सभी अनुशासन के ही उदाहरण हैं। अनुशासन हमारे जीवन का अभिन्न व अनिवार्य अंग है। अनुशासन से जीवन सुखमय तथा सुंदर बनता है। अनुशासनप्रिय व्यक्ति लक्ष्य को सुगमता से प्राप्त कर लेते हैं। हमें अनुशासन को अपनाकर अपने जीवन को सुखी, सुन्दर व सम्पन्न बनाना चाहिए।

अनुशासन एक ऐसी चीज है जो व्यक्ति को अच्छे नियंत्रण में रखती है। वह व्यक्ति को जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त कर के लिए प्रेरित करती है। हम में से हर एक ने अपनी आवश्यकता और जीवन के प्रति समाज के अनुसार विभिन्न रूपों में अनुशासन का अनुभव किया है। सभी के जीवन में इसकी उपलब्धता को सही रास्ते पर जाने के लिए आवश्यक है। स्व-अनुशासन सभी के लिए आवश्यक है, क्योंकि आधुनिक समय में किसी के पास दूसरों को अनुशासन में रहने के लिए प्रेरित करने का समय नहीं है। अनुशासन के बिना कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में सफल नहीं हो सकता है और अपने कैरियर में शैक्षणिक या अन्य सफलता का आनंद नहीं ले सकता है।

किसी को नियमित व्यायाम करने की आवश्यकता है। माता-पिता को आत्म अनुशासन की आदतों को विकसित करने की आवश्यकता है, क्योंकि उन्हें अपने बच्चों को एक अच्छा अनुशासन सिखाने की आवश्यकता होती है। उन्हें हर समय अच्छा व्यवहार करने और सही समय पर सभी कामो को करने के लिए प्रेरित करने की जरूरत है। अनुशासन हमारे शरीर मन और आत्मा को नियंत्रण में रखने और परिवार में माता-पिता तथा शिक्षकों और बड़ों के आदेशों का पालन करने की शिक्षा देता है। अनुशासन का पूरे जीवन में बहुत महत्व है। यह हमें हमारे कार्यों को गंभीरता तथा समय से पूरा करना सिखाता है।

सूर्य हर दिन सही समय पर उगता है और सही समय पर ही अस्त भी होता है, चांद भी हमेशा अपने निश्चित समय पर ही दिखाई देता है और पूरी रात चमकता है, नदी हमेशा बहती है, माता-पिता अपने बच्चों से हमेशा प्यार करते हैं, शिक्षक हमेशा हमें सिखाते हैं। ऐसे ही अनुशासन हमारे कार्य को हमें सरलता से निश्चित समय पर पूरा करना सिखाता है। हमें समस्याओं से पीड़ित हुए बिना आगे बढ़ने के लिए अपने जीवन में अनुशासन का पालन करना चाहिए। हमें अपने माता-पिता, बुजुर्गों व शिक्षकों की आज्ञा का पालन करना चाहिए। हमें अनेक अनुभव के बारे में जानने और उनकी जीत और असफलताओं से सीखने के लिए उन्हें सुनना चाहिए। जब भी हम किसी चीज को गहराई से देखना शुरू करते हैं, तो यह हमें जीवन का एक महत्वपूर्ण सबक देती है।

“अनुशासन की कमी प्रतिभावान लोगों को भी असफल बना देती है।”

मौसम सही समय पर बदलते रहते हैं। प्रकृति के सभी काम निश्चित रूप से अपने-अपने समय पर होते हैं, ताकि हमारे जीवन को संतुलित बनाया जा सके। इसलिए हमें भी धरती पर जीवन चक्र को बनाए रखने के लिए अनुशासन में रहने की आवश्यकता है। अनुशासनहीनता जीवन में बहुत भ्रम पैदा करती है और व्यक्ति को गैर जिम्मेदार वह आलसी बनाती है। यह आत्मविश्वास के स्तर को कम करती है और मन को एक साधारण काम करने के बारे में अनिश्चित बनाती है। हालांकि अनुशासन में रहना हमें जीवन की उच्चतम सीढ़ी की ओर अग्रसर करता है और हमें सफलता पाने में मदद करता है।

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