M.E.C-008
सामाजिक क्षेत्र और पर्यावरण का अर्थशास्त्र
नोट : सभी प्रश्नों के उत्तर दें। भाग-क में प्रत्येक प्रश्न 20-20 अंक का है और इनमें से प्रत्येक का उत्तर लगभग 500 शब्दों में देना है। भाग-ख के प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 300 शब्दों में देना है। भाग-ख में प्रत्येक प्रश्न 12 अंक का है।
भाग-क
1. एक उचित उदाहरण द्वारा समझाएँ कि बाहयताओं की मौजूदगी में उत्पादक का कीमत स्वीकारक व्यवहार भी संसाधन आवंटन में सदैव दक्षता नहीं ला पाता। आप इस समस्या का क्या समाधान सुझाएंगे?
2. वान्यिकी में कटाई की अभीष्ट आयु के निर्धारण की रूपरेखा बताएं। समझाएं कि इस संदर्भ में फॉस्टमैन की अपेक्षा हार्टमैन का प्रतिमान अधिक प्रतिप्राप्ति कैसे प्रदान करता है।
भाग - ख
3. धारणीय विकास की संकल्पना का 'सार' स्पष्ट करें।
4. वे तीन दशाएं समझाएं जहाँ जनहित में सरकारी हस्तक्षेप ज़रूरी होता है।
5. वर्तमान राष्ट्रीय लेखांकन व्यवस्था बताएं। यह भी समझाएं कि धारणीय विकास राष्ट्रीय लेखांकन दृष्टिकोण से यह क्यों त्रुटिपूर्ण है।
6. सांझा संपदा संसाधन प्रबंधन के प्रति 'द्यूत क्रीड़ा' दृष्टिकोण की सीमाओं पर संक्षेप में चर्चा करें।
7. लागत हितलाभ विश्लेषण अध्ययनों की समालोचना प्रस्तुत करें।
जमा कराना
पूरा किया गया सत्रीय कार्य अपने अध्ययन केंद्र के संचालक के पास निम्नलिखित समय-सारणी के अनुसार जमा कराएँ:
जुलाई 2021 चक्र के विद्यार्थियों के लिए : 31.03.2022
जनवरी 2022 चक्र के विद्यार्थियों के लिएः 30.10 2022
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