आमने-सामने की शिक्षा व्यवस्था |
दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था |
शिक्षक एवं छात्र नियमित संपर्क में होते हैं तथा यहाँ नियत आमने-सामने
की परस्पर अंत्तक्रिया होती है। |
शिक्षक एवं छात्र भौतिक रूप से अलग-अलग होते हैं तथा यहाँ उनके
बीच आमने-सामने का संपर्क सीमित होता है। |
शिक्षक द्वारा छात्रों के अधिगम की गति का निर्धारण किया जाता
है। |
छात्रों द्वारा स्वयं अपने अधिगम गति का निर्धारण किया जाता है| |
शिक्षक द्वारा व्याख्यान तथा पुस्तकालय की किताबें पाठ्यचर्या के संपादन के लिए सूचनाओं तथा युक्तियों का प्रमुख
साधन हैं। |
स्व-अध्ययन मुद्रित सामग्रियों, विभिन्न प्रकार के
इलेक्ट्रानिक सामग्री के साथ परामर्श सत्र एवं कार्यशालाएं प्रमुख पाठ्यचर्या
संपादन युक्तियाँ हैं| |
निरंतर समवय समूह तथा सामूहिक परस्पर अंतःक्रिया |
व्यक्ति के अनुरूप अपनी गति से अधिगम, कम समवय
समूह तथा सामूहिक परस्पर अंतःक्रिया |
शिक्षा कम लोकतांत्रिक है; अधिक निरंक॒श। |
शिक्षा का लोकतांत्रीकरण विविध स्व--अधिगम |
मूख्यतः शिक्षक केन्द्रित शिक्षण तथा शिक्षक निर्देशित
कक्षाकक्ष गतिविधियाँ । |
गतिविधियों के साथ छात्र केन्द्रित निर्देशात्मक गतिविधियाँ | |
कठोर प्रविष्टि योग्यताएं। अधिगमकर्ताओं की संख्या कम। |
शिथिल प्रविष्टि योग्यताएं। अधिगमकर्ताओं को पर्याप्त समय होने
के कारण लाभ मिलता है। |
रचनात्मक तथा योगात्मक दोनों ही आकलन युक्तियों का प्रयोग किया
जाता है। |
रचनात्मक आकलन (क्रेडिट्स के बिना एवं उनके साथ), प्रदत कार्य
तथा ऑफलाईन माध्यम से योगात्मक आकलन | |
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